सुरों और जज़्बातों से सजी जगजीत सिंह को समर्पित शाम

Ananya soch:
अनन्य सोच। महान ग़ज़ल सम्राट Jagjit Singh की स्मृति में विद्याश्रम स्कूल के महाराणा प्रताप सभागार में “ग़ज़ल एक एहसास” शीर्षक से सुकून भरी संगीतमयी शाम का आयोजन हुआ. कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और नन्हीं बालिकाओं की सरस्वती वंदना से हुआ, जिसने पूरे वातावरण को भक्ति और शांति से भर दिया.
संयोजक एवं गायक संजीव जैन ने अपनी सुरमयी प्रस्तुति से कार्यक्रम की शुरुआत की. उनके साथ मंच पर डॉ. जितेन्द्र सिंह मक्कड़, गीतिका चतुर्वेदी, निकिता बंसल, नीलम अग्रवाल, गुलशन खत्री, लक्की कपूर और इंद्रप्रीत सिंह अरोड़ा ने ग़ज़लों की मधुर प्रस्तुति दी, जिनमें हर सुर ने दर्शकों के दिलों को छू लिया.
संजीव जैन ने बताया कि “इरादा एनजीओ” द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य जगजीत सिंह की अमर ग़ज़लों को नई पीढ़ी तक पहुँचाना और संगीत प्रेमियों को आत्मिक सुकून देना है. “सरकता जाए रुखसार,” “आने की जब खबर महके,” और “किया है प्यार जिसे हमने जिंदगी की तरह” जैसी सदाबहार ग़ज़लों ने पूरे हॉल को भावनाओं से सराबोर कर दिया.
तालियों की गूंज और सुरों की मिठास से भरी यह शाम, सचमुच जगजीत सिंह के संगीत को समर्पित एक यादगार एहसास बन गई.