सिंधी एकता दिवस पर मनाया सांस्कृतिक विरासत का संगम

सिंधी एकता दिवस पर मनाया सांस्कृतिक विरासत का संगम

Ananya soch: Sindhi Unity Day

अनन्य सोच। राजस्थान सिंधी अकादमी एवं सिंधु संस्कृति प्रसार संस्था (रजि.) के संयुक्त तत्वावधान में पद्मश्री प्रोफेसर राम पंजवानी की 115वीं जयंती एवं संस्था के संस्थापक स्व. गोबिन्दराम “माया” की स्मृति में 20 नवंबर, 2025 को सिंधी एकता दिवस के अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम का आयोजन श्री जी.डी. बढ़ाया स्मृति ऑडिटोरियम, संस्कृति महाविद्यालय, मानसरोवर में हुआ. 

अकादमी सचिव डॉ.रजनीश हर्ष ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य संरक्षक दादा सुंदर ठाकुर एवं प्रमुख संरक्षक श्रीचंद दीवान ने दीप प्रज्वलित कर किया. मुख्य अतिथि प्रमुख समाजसेवी श्री श्याम कमलानी रहे. इस अवसर पर संगोष्ठी, सिंधी गीत-संगीत, नृत्य, गायन, झूलेलाल प्रश्नोत्तरी तथा विविध मनोरंजक प्रस्तुतियाँ हुईं। बालिकाओं द्वारा गणेश वंदना, झूलेलाल वंदना और मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किए गए. सांस्कृतिक सचिव प्रिया ज्ञानानी के मार्गदर्शन में नृत्य प्रस्तुति आकर्षण का केंद्र रही. 

संस्था के प्रमुख संरक्षक श्रीचंद दीवान ने संस्थापक स्व. गोबिन्दराम माया के जीवन पर प्रकाश डाला, वहीं संरक्षक नरेश माखीजा ने प्रोफेसर राम पंजवानी के जीवन दर्शन पर वक्तव्य दिया. प्रसिद्ध सिंधी गायक मनोज मामनानी, कलाकार महेश किशनानी तथा बाल कलाकारों ने बेहतरीन प्रस्तुतियाँ दीं. कार्यक्रम में 40 से अधिक बालक-बालिकाओं को पुरस्कृत किया गया। सिंधी वेशभूषा में सर्वश्रेष्ठ रीना गुरबानी रहीं. लॉटरी के माध्यम से 24 पुरस्कार वितरित किए गए. कार्यक्रम में विभिन्न सिंधी संस्थाओं के पदाधिकारियों सहित 300 से अधिक गणमान्य उपस्थित रहे.