36th National Youth Music Festival: जिसने संगीत को साध लिया हो उसे दवा की क्या जरूरत - ओंकार सिंह लखावत

36th National Youth Music Festival: जिसने संगीत को साध लिया हो उसे दवा की क्या जरूरत - ओंकार सिंह लखावत

Ananya soch: The two-day 36th National Youth Music Festival begins at Jawahar Kala Kendra.

अनन्य सोच। 36th National Youth Music Festival:  सुर संगम संस्थान के 36वें राष्ट्रीय युवा संगीत समारोह के तहत सुरों का अखिल भारतीय मुकाबला बुधवार सुबह दस बजे से शुरू हुआ. राजस्थान धरोहर संरक्षण प्राधिकरण के अध्यक्ष व प्रबुद्ध लेखक ओंकार सिंह लखावत ने सुरों के इस समाहरोह का उद्घाटन किया. उन्होंने ने कहा कि संगीत एक थैरेपी है जो आपको मानसिक सुकून देता है. जिसने संगीत को साध लिया उसे दवा की क्या जरुरत. 

उन्होंने सुर संगम के अध्यक्ष के सी मालू का साधुवाद किया कि किस तरह सुर संगम के माध्यम से लगातार संगीत को संरक्षण देने का महान कार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा कला और कलाकारों के इस संगम में आना मेरा सौभाग्य है. 

सुर संगम के प्रतियोगी
  
अलग-अलग शहर से आये प्रतियोगियों ने अपने सुरों से शानदार प्रस्तुति दी. पहली प्रतियोगी ने देवी स्तुति से सुर संगम के इस आयोजन का सुंदर आगाज़ किया. आज जयपुर सिर्फ बारिश से ही नहीं बल्कि सुरों से भी भीग रहा था. जयजयवंती, मधुवंती, और चन्द्रकौंष जैसी रागों को सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए. अलग अलग राज्यों से आये प्रतियोगियों में से कई इस प्रतियोगिता में दूसरी बार आए उन्होंने बताया कि सुर संगम का हिस्सा बनकर हम बहुत गर्वित  महसूस कर रहे हैं. 

अहंकार से दूर रहकर करें संगीत साधना

प्रतियोगिता के बीच में सुर संगम के अध्यक्ष के सी मालू ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि सुर संगम का उद्देश्य है कि आप सब संगीत में और आगे बढ़ते जाये, उन्होंने 1987 के सुर संगम समारोह का स्मरण करते हुए बताया कि उस समय महान संगीतकार ख़य्याम और गायक भुपेन्द्र मौजूद थे. उन्होंने सभी कलाकारों को कहा कि अहंकार से दूर रहे और  निरंतर संगीत साधना करते रहें. 

सुर संगम के संरक्षक मुकेश अग्रवाल ने बताया कि सुर संगम में अलग-अलग शहरों से चालीस प्रतिभागी शामिल हुए हैं. सभी एक से बढ़कर एक है निर्णायक मंडल के लिए उनमें से विजेताओं का चयन करना बहुत मुश्किल रहेगा. 

समीर और नीहरा ने सजाया ग़ज़लों का गुलदस्ता

दिनभर चली प्रतियोगिताओं के बाद शाम को मुंबई की प्रसिद्ध ग़ज़ल गायक जोड़ी समीर पंडित और नीहरा पंडित प्रतिभागियों के समक्ष ग़ज़लों का गुलदस्ता सज़ाकर माहौल को मखमली कर दिया. 

गुरुवार को सुबह सुरों का मुकाबला शाम को समापन

समारोह के दूसरे दिन गुरुवार को  सुबह 10.00 बजे से सुरों का महा मुकाबला शुरु होगा जो 2.30 बजे तक चलेगा. इसी दिन शाम 5.30 बजे होटल ताज आमेर में आयोजित "अवार्ड सैरेमनी" के मुख्य अतिथि नगरीय विकास विभाग के राज्य मंत्री झाबर सिंह खर्रा मुख्य अतिथि, पद्मभूषण पंडित विश्व मोहन भट्ट और बॉलीवुड संगीतकार दीपक पंडित विशिष्ट अतिथि होंगे .  

चयनित प्रतिभाओं को दिए जाएंगे पुरस्कार

सिरमौर मुकाबलों के बाद चयनित प्रतिभाओं को लाखों रुपए के नकद पुरस्कार दिए जाएंगे. मुकाबलों में अव्वल रहने वाली एक प्रतिभा को  एक लाख रुपए का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा. इसके अलावा प्रतियोगिता की चारों श्रेणीयों में प्रथम रहने वाली चार प्रतिभाओं को 50-50 हजार के  रतन धन अवॉर्ड निर्मल तारा सेठिया की ओर से तथा इन्हीं चार श्रेणीयों में द्वितीय रहने वाली चार प्रतिभाओं को 10-10 हज़ार के पुरस्कार गणेश राणा पूर्णिमा हैंडीक्राफ्ट की ओर से दिए जाएंगे .