“राजस्थान के सभी आरटीओ–डीटीओ में ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रायल ट्रैक तैयार, अब शुरू होंगे डमी टेस्ट”

“राजस्थान के सभी आरटीओ–डीटीओ में ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रायल ट्रैक तैयार, अब शुरू होंगे डमी टेस्ट”

Ananya soch: Automated driving trial tracks have been prepared at all RTO DTO offices in Rajasthan dummy tests will now begin

अनन्य सोच। राजस्थान में परिवहन विभाग के ऑटोमेशन प्रोजेक्ट के तहत एक बड़ा कदम पूरा हो गया है. राज्य के सभी आरटीओ–डीटीओ कार्यालयों में मारुति सुजुकी द्वारा विकसित ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रायल ट्रैक का निर्माण कार्य अब पूरी तरह संपन्न हो चुका है. इसके बाद परिवहन मुख्यालय ने इन ट्रैकों पर डमी ड्राइविंग परीक्षण आरंभ करने के निर्देश जारी किए हैं, ताकि सिस्टम की शुद्धता और तकनीकी मजबूती को परखा जा सके. 

मुख्यालय के निर्देशानुसार एनआईसी की तकनीकी टीम 10 से 15 डमी अभ्यर्थियों के आवेदन तैयार करेगी. इन्हीं आवेदनों के आधार पर ऑटोमेटेड ट्रैक पर परीक्षण ड्राइव कर स्कोर कार्ड जनरेट किया जाएगा. इससे ट्रैक की सटीकता, सेंसर की कार्यप्रणाली और ऑटोमेटेड मूल्यांकन प्रणाली का वास्तविक आकलन किया जा सकेगा. 

डमी टेस्टिंग पूरी होने के बाद संबंधित कार्यालयों को सिस्टम की कार्यक्षमता सुनिश्चित करते हुए सहमति प्रमाण पत्र (कंसेंट सर्टिफिकेट) जारी करना होगा. साथ ही, हर आरटीओ–डीटीओ में ट्रैक पर आने वाली किसी भी तकनीकी समस्या के समयबद्ध समाधान के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं. 

पूरी प्रक्रिया की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर परिवहन मुख्यालय को भेजी जाएगी, जिसके बाद प्रदेशभर में ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट सिस्टम को पूरी तरह लागू करने का मार्ग प्रशस्त होगा. यह व्यवस्था ड्राइविंग लाइसेंस प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी, मानकीकृत और सुरक्षित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी.