संगीत और स्वच्छता का संगम: उस्ताद रईस खान ने लोक धुनों से दिया स्वच्छ भारत का संदेश

संगीत और स्वच्छता का संगम: उस्ताद रईस खान ने लोक धुनों से दिया स्वच्छ भारत का संदेश

Ananya soch: Global Handwashing Day 2025

अनन्य सोच। Global Handwashing Day 2025 के अवसर पर Dettol Banega Swasth India” (DBSI) के तहत Inox Crystal Palm, Jaipur में एक विशेष कला एवं संगीत आधारित जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ. इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध लोक संगीतज्ञ उस्ताद रईस खान ने अपने लोक गीतों के माध्यम से स्वच्छ भारत का संदेश दिया और अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. इस कार्यक्रम में 300 से अधिक स्कूली छात्र शामिल हुए. लोक संगीत, कठपुतली नृत्य और स्वच्छता पर आधारित इंटरैक्टिव सत्रों ने कार्यक्रम को रोचक और शिक्षाप्रद बनाया. नागौरी घराने द्वारा प्रस्तुत कठपुतली नृत्य ने पारंपरिक कला के ज़रिए बच्चों को हाथ धोने और स्वच्छता की अहमियत समझाई. 

उस्ताद रईस खान ने कहा, “संगीत दिल से जोड़ने का माध्यम है। जब गीतों में स्वच्छता का संदेश शामिल हो, तो बच्चे उसे जीवनशैली का हिस्सा बना लेते हैं. यही स्वस्थ भारत की नींव है.”

रेकिट के कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन्स डायरेक्टर रवि भटनागर ने बताया कि ‘विकसित भारत 2047’ की दिशा में हर स्वच्छ हाथ देश के विकास का प्रतीक है. इस अभियान का उद्देश्य जनभागीदारी से स्वच्छता को राष्ट्रीय प्राथमिकता बनाना है. 

Mamata Health Institute for Mother and Child के डिप्टी सीईओ संजीव धाम ने कहा कि यह पहल समुदायों में स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति जिम्मेदारी बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. वहीं पीवीआर आईनॉक्स की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट दीपा मेनन ने कहा कि सिनेमा समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का सशक्त माध्यम है. 

कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि “हर स्वच्छ हाथ, हर घर और हर स्कूल से ही विकसित भारत 2047” का सपना साकार होगा.