natak 'Swayam Sharanam' : नाटकवाला कला मंच पर श्रीमद्भगवद्गीता के संदेशों से सजी नाट्य प्रस्तुति ‘स्वयं शरणम्’ का प्रभावशाली मंचन

natak 'Swayam Sharanam' : नाटकवाला कला मंच पर श्रीमद्भगवद्गीता के संदेशों से सजी नाट्य प्रस्तुति ‘स्वयं शरणम्’ का प्रभावशाली मंचन

Ananya soch: natak 'Swayam Sharanam' 

अनन्य सोच। कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग तथा नाटकवाला कला मंच (Natakwala Kala Manch) के संयुक्त तत्वावधान में श्रीमद्भगवद्गीता (Srimad Bhagavad Gita) के शाश्वत संदेशों पर आधारित नाटक ‘स्वयं शरणम्’ (Swayam Sharanam) का सशक्त मंचन नाटकवाला कला मंच, आमेर में किया गया. यह नाटक 35 दिवसीय अभिनय नाट्यकार्यशाला का परिणाम रहा.

नाटक का विवरण

  • लेखन, संगीत व निर्देशन: प्रवीण कुमावत

  • थीम: आधुनिक मनुष्य का आंतरिक संघर्ष, कर्तव्यबोध और आत्मबोध

  • आधार: श्रीमद्भगवद्गीता के जीवनोपयोगी उपदेश

  • कहानी का सार

नाटक ‘स्वयं शरणम्’ में एक ‘आहत’ पात्र के माध्यम से आधुनिक जीवन की मानसिक उलझनों, तनाव और टूटन को दर्शाया गया है. निजी जीवन और कार्यस्थल पर दबाव से जूझता यह पात्र अंततः निराशा में घिरकर आत्मघाती निर्णय की ओर बढ़ता है. इसी मोड़ पर श्रीमद्भगवद्गीता के उपदेश उसके जीवन में प्रकाश बनकर आते हैं, जो उसे आत्मबोध कराते हैं और वह जीवन को नए दृष्टिकोण से स्वीकार करता है.

कलाकार व तकनीकी टीम

  • मुख्य भूमिकाएं: गौरव कुमावत, ओमप्रकाश सैनी

  • अन्य कलाकार: युग सैनी, अवनी सैनी, अंजली सैनी, आयुष्मान सैनी, लक्ष्य सैनी

  • सेट डिज़ाइन: विकास सैनी

  • रूप-सज्जा: सुनील सोगन

  • वस्त्र-विन्यास: अंजली सैनी, रेणु सनाढ्य

  • स्टेज मैनेजर: विवेक शर्मा

  • प्रकाश व्यवस्था: बिजेंद्र सिंह