31वाँ अखिल भारतीय ध्रुवपद नाद–निनाद विरासत समारोह 23 सितम्बर को

31वाँ अखिल भारतीय ध्रुवपद नाद–निनाद विरासत समारोह 23 सितम्बर को

Ananya soch: 31st All India Dhrupad Naad Ninad Heritage Festival

अनन्य सोच। प्राचीन भारतीय शास्त्रीय संगीत की धरोहर ध्रुवपद को संरक्षित और नई पीढ़ी तक पहुँचाने के उद्देश्य से 31वाँ अखिल भारतीय ध्रुवपद नाद–निनाद विरासत समारोह का आयोजन 23 सितम्बर 2025 को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर, झालाना डूंगरी, जयपुर में होगा. इस भव्य आयोजन में 45 नामी कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से संगीत प्रेमियों को मंत्रमुग्ध करेंगे. 

यह कार्यक्रम इंटरनेशनल ध्रुवपद धाम ट्रस्ट और रसमंजरी संगीतोपासना केन्द्र, जयपुर द्वारा आयोजित किया जा रहा है. इसमें उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, प्रयागराज (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार) तथा *राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर की सहभागिता रहेगी. 

पहला सत्र : सुसंवाद और ध्रुवपद गायन

दोपहर 1:30 बजे से पहले सत्र में “ध्रुवपद – धरोहर आपकी नज़र में" विषय पर चर्चा होगी. वक्ताओं में भानु भारवि, अशोक राही और डॉ. गोपाल भारती शामिल होंगे. इसके बाद प्रो. डॉ. मधु भट्ट तैलंग विशेष ध्रुवपद प्रस्तुति देंगी. 

दूसरा सत्र : सामूहिक ध्रुवपद और विशेष प्रस्तुतियाँ

सायं 5 बजे से पं. लक्ष्मण भट्ट तैलंग और प्रो. मधु भट्ट तैलंग के 30 शिष्यों द्वारा सामूहिक ध्रुवपद प्रस्तुति होगी. साथ ही अभिजीत सुखदाणे का गायन और पं. रवि शंकर भट्ट तैलंग का पंचतंत्री बेला वादन होगा. 

समारोह में “धरोहर सम्मान” से अभिजीत सुखदाणे और राकेश जैन कोटखावदा को सम्मानित किया जाएगा. मंच संचालन डॉ. नरेन्द्र शर्मा ‘योग गुरु’ करेंगे.