सांस्कृतिक सृजन पखवाड़ा : कला वार्ता और कार्यशालाओं में युवाओं की सक्रिय भागीदारी

सांस्कृतिक सृजन पखवाड़ा : कला वार्ता और कार्यशालाओं में युवाओं की सक्रिय भागीदारी

Ananya soch

अनन्य सोच। राजस्थान सरकार के कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग द्वारा 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक आयोजित सांस्कृतिक सृजन पखवाड़ा के अंतर्गत विविध कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है. 

राजस्थान ललित कला अकादमी और राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स के संयुक्त तत्वावधान में आज कला वार्ता का आयोजन हुआ. मुख्य वक्ता विजय धोरे ने “विकसित भारत में कलाओं का योगदान” विषय पर विचार साझा किए. कार्यक्रम में 200 से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लेकर संवाद में अपनी भागीदारी निभाई. 

इसी क्रम में वनस्थली विद्यापीठ में लघुचित्र शैली एवं जलरंग कार्यशाला की शुरुआत हुई. वरिष्ठ कलाकार संजीव शर्मा ने प्रशिक्षण दिया, जबकि समन्वयन की जिम्मेदारी मनोज टेलर ने संभाली. कार्यशाला 20 सितम्बर तक चलेगी. साथ ही, अकादमी संकुल में फ्रेस्को कार्यशाला भी चल रही है, जिसमें वरिष्ठ चित्रकार डॉ. नाथूलाल वर्मा युवाओं और कला प्रेमियों को प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं. यह कार्यशाला 26 सितम्बर तक आयोजित होगी.