Dev Uthani Ekadashi: देवउठनी एकादशी पर गोविंद देवजी मंदिर में उमड़ेगी श्रद्धा की बयार

भक्तों की सुविधा हेतु विशेष दर्शन व्यवस्था, समय बढ़ाया गया

Dev Uthani Ekadashi: देवउठनी एकादशी पर गोविंद देवजी मंदिर में उमड़ेगी श्रद्धा की बयार

Ananya soch: Dev Uthani Ekadashi
अनन्य सोच। देवउठनी एकादशी (Dev Uthani Ekadashi) के पावन अवसर पर आराध्य देव श्री राधा गोविंद देवजी मंदिर (Govind Devji temple) में 2 नवंबर को हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी. भक्तों को सुगम और सुरक्षित दर्शन मिल सके, इसके लिए पुलिस प्रशासन एवं मंदिर प्रबंधन ने विशेष तैयारियां की हैं. दीपावली और निर्जला एकादशी की तरह इस बार भी विशेष दर्शन व्यवस्था लागू की जाएगी. 

श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए दर्शन का समय इस बार बढ़ाया गया है. मंगला झांकी प्रातः 4:00 से 5:30 बजे तक होगी, जिसके बाद देवउठनी एकादशी पूजन प्रातः 6:15 बजे से प्रारंभ होगा. इस अवधि में ठाकुर श्रीजी के दर्शन पट मंगल रहेंगे. धूप दर्शन प्रातः 7:30 से 9:00 बजे तक, श्रृंगार दर्शन 9:30 से 10:15 बजे तक, राजभोग दर्शन 10:45 से 11:45 बजे तक, ग्वाल झांकी शाम 4:30 से 5:15 बजे तक, संध्या झांकी 5:45 से 7:30 बजे तक और शयन झांकी रात्रि 8:00 से 8:30 बजे तक आयोजित की जाएगी. 

मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में ठाकुर श्री राधा गोविंद देवजी का पंचामृत अभिषेक और विशेष पूजन किया जाएगा. दर्शनार्थियों का प्रवेश केवल मंदिर के मुख्य द्वार से होगा, जबकि जय निवास बाग से प्रवेश पूर्णतः निषेध रहेगा. भक्तों की सुविधा के लिए दो अलग-अलग लाइनें बनाई जाएंगी, एक जूता-चप्पल सहित दर्शन हेतु और दूसरी बिना जूता-चप्पल दर्शन हेतु. 

जूता-चप्पल सहित भक्त बाहर बने रैंप से दर्शन करेंगे, जबकि बिना जूता-चप्पल वाले भक्त मंदिर छावन में प्रवेश कर सकेंगे. दर्शन के बाद सभी भक्त बड़ी परिक्रमा करते हुए मंदिर के मुख्य द्वार से बाहर निकलेंगे. श्रद्धालुओं के उत्साह और भक्ति से मंदिर परिसर में दिव्यता और उल्लास का वातावरण रहेगा.