इस बॉलीवुड निर्देशक ने कहां, राजस्थान सिर्फ रंगों और संस्कृति की धरती नहीं है, बल्कि यहाँ की महिलाएँ, कलाकार और उनकी कहानियाँ किसी भी सिनेमा का असली चेहरा बन सकती हैं

Ananya soch
अनन्य सोच। जयपुर की मिट्टी में रची-बसी कला और स्त्री सृजनशीलता को एक नई उड़ान देने का काम किया है बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर अनीस बज्मी ने. दिल्ली के ताज पैलेस होटल में हुए एक भव्य समारोह में फ़िल्म ‘क्रिमसन रेड’ के फ्लोर पर आने की खुशी में खास आयोजन किया गया, जहां न केवल फिल्म की टीम बल्कि जयपुर की सांस्कृतिक पहचान को भी भरपूर सराहा गया.
इस खास मौके पर 'भूल भुलैया 2' और 'वेलकम' जैसी सुपरहिट फ़िल्मों के निर्देशक अनीस बज्मी खुद मौजूद रहे. उन्होंने जयपुर की कला और प्रतिभा की तारीफ़ करते हुए कहा कि “राजस्थान सिर्फ रंगों और संस्कृति की धरती नहीं है, बल्कि यहाँ की महिलाएँ, कलाकार और उनकी कहानियाँ किसी भी सिनेमा का असली चेहरा बन सकती हैं.”
जयपुर की भावना को समर्पित 'क्रिमसन रेड'
फिल्म ‘क्रिमसन रेड’ की कहानी एक चित्रकार की यात्रा और उन महिलाओं के इर्द-गिर्द बुनी गई है जो उसकी प्रेरणा बनती हैं. यह फिल्म स्त्री की आंतरिक शक्ति, सौंदर्य और भावनाओं की एक संवेदनशील अभिव्यक्ति है. इस फ़िल्म में प्रमुख भूमिका निभा रहे अभिनेता सिद्धांत कर्णिक की सशक्त उपस्थिति ने फ़िल्म को और भी भावनात्मक और कलात्मक बना दिया.
इस अवसर पर अश्पवेदा के संस्थापक हरीराम रिणवा ने कहा, “हमारी हर रचना स्त्री की सहज गरिमा और प्रकृति की सृजनशीलता को समर्पित है. ‘क्रिमसन रेड’ हमारे लिए एक कविता की तरह है जो आत्मा को छू जाती है.” उन्होंने बताया कि यह फिल्म उनके लिए केवल एक सहयोग नहीं, बल्कि एक आत्मिक अनुभव रही.
इस कार्यक्रम में भारतीय फैशन डिज़ाइन काउंसिल (FDCI) के अध्यक्ष सुनील सेठी ने भी भाग लिया और कलाकारों का उत्साहवर्धन किया. उन्होंने कहा कि फैशन और सिनेमा जब साथ आते हैं, तो वो केवल एक दृश्य नहीं, एक संवेदना बन जाते हैं.